जिंदगी गुजर गयी, परवाह शब्द सुनते सुनते।
अब पता चला, वो सब तो अपनी परवाह करवाते थे,
सारी सुविधाएँ मुफ्त उठाने का
वो तो एक बहाना था, घर में लगे नौकर को छुडाना था।
जिंदगी गुजर गयी, परवाह शब्द सुनते सुनते।
अब पता चला, वो सब तो अपनी परवाह करवाते थे,
सारी सुविधाएँ मुफ्त उठाने का
वो तो एक बहाना था, घर में लगे नौकर को छुडाना था।