अजायबघर:29

मिसेज़ अग्रवाल के घर जाना हुआ।
बैठकर बताने लगीं,ये यहॉं का, ये वहाँ का, विदेश ।का
भई हमें तो बहुत शौक है।
हमने तो ऊंचा तबकाका ऐसे ही नहीं बनाया हुआ है।
तबतक कुछ छनाक, बच गया देखा तो कोई आइटम….
अब उसी तबके के लोग फुसफुसारहे थे,
ये देखने को बुलाया,
ऐसा लग रहा है जैसे अजायबघर मे आ गये।
वो देख आते वो ज्यादा अच्छा होता।
टम बेकार कर दिया, सारे काम छोडकर आए।
मुंह पर सब, अरे बड़ा अच्छा लगा
कहकर चले गये।
कहीं आप भी तो इसी शौक के शिकार नहीं हैं,
अगर हैं तो फॉरन…. क्या ये शौक अच्छे हैं????
© [Reena Kulshreshtha] and [glimpseandmuchmore.wordpress. com], [2017].

बसंत पंचमी#26

  • कल बसंत पंचमी है।1फरवरी 2017, 
  • कल सरस्वती मां का पूजन है।
  •  ये हिन्दू धर्म के सृष्टि रचयिता ब्रम्हा जी की पत्नी हैं। 
  • ये विद्या की देवी भी कहलाती हैं। 
  • इनके पूजा विद्याद्वारा धन प्राप्त करने के लिये होती है। 
  • ये सफेद हंस पर सवार श्वेत वस्त्र में वीणा बजाती हुई दिखती हैं। 
  • इन्हे मां शारदा व वीणावादिनी के नाम से भी जाना जाता है।
  • बसंत आने पर सरसों के बसंती फूल चारों ओर खिलने लगते हैं व बसंती बयार चलने लगती है। 
  • इस दिन मीठे बसंती चावल भगवान के प्रसाद के लिए बनते हैं।
  •  बसंती या पीले वस्त्र पहने जाते हैं। आप भीखिलते फूलों के समान सदैव प्रसन्न रहिए। 

North Indian SAG Parantha#9

  • मैथी पालक मूली चुकंदर चना की भाजी में से जिसके भी परांठे बनाने हैं, 
  • उसके पत्तों को पानी से भरे बर्तन में धोएं।
  •  फिर छन्नी में रखकर फरैरे करें। 
  • फिर उनको महीन महीन काटकर नमक लगायें।
  • फिर आटा छानकर जीरा हींग व अजवाइन मिलाएं।
  • तब नमक लगे हलके मुलायम पत्तों को को आटे मे मसल लें।

  • व एक बडी सी पिट्ठी बना लें। 

  • अब इसकी छोटी छोटी लोइ बनाकर बेलन से बेलें।

  • बेली लोइ को तवे पर देशी घी में सेकें।
  • ये बहुत पौष्टिक व ताकत देने वाले हैं। हरे पत्तों से रतौंधी व वर्णांधता नहीं होती है। कृष्ण भगवान गाय के देशी घी के ब्रांड हैं ।


North Indian ParanthaVarieties #8

  • अगर आप चाहते हैं कि गाजर, मूली चुकंदर या किसी भी सब्जी का भरवां परांठा बनाना चाहते हैं।
  •  तो आप उसको कद्दूकस में कस कर लच्छे बना लें।
  • फिर स्वादानुसार नमक मिलाएं।

जब तक आप आटा छानेंगे, लच्छे पानी छोड़ देंगे।

  • आटे में अजवाइन जीरा हींग एक एक चुटकी मिलाएं व नमक स्वादानुसार मिलाएं। 
  •  लच्छे को हथेली से दबाकर सारा रस आटे में मिलाएं व और   पानी मिलाकर


आटा गूंथ लें।

  • अब लच्छों मे स्वादानुसार पिसी लालमिर्च व पिसी काली मिर्च वलहसुन अदरक भी कद्दूकस में कसकर मिलाएं। 
  • फिर आटे की लोइ बनाकर उसमें भरकर बेलन से पतला बेलें।
  • फिर गर्म तवे पर देशी घी या मक्खन के साथ भूरा होने तक धीमी धीमी आंच पर सेके।
  • जबतक ये सिकता है, दूसरी लोइ भरकर बेल लें।
  • परोथन कम लगायें।
  • अगर आप इसस भोजन का पूरा लुत्फ व स्वाद उठाना चाहते हैं तो आप मेरे अन्य नार्थ इंडियन ब्लॉग के अन्य एपीसोड देख सकते हैं। 
  • ये बहुत आसान व पौष्टिकता से भरपूर है।
  • हम मौसम के अनुरूप आने वाले सभी सब्जी व फल रोज बनाते हैं।


OLD HINDI SONGS#9

  • इतनी शक्ती हमें देना दाता, 
  • मन का विश्वास कमजोर हो न,।
  • हम चलें नेक रस्ते पे हमसे,
  • भूलकर भी, कोई भूल हो न,।। 
  • हम न सोचें, हमें क्या


मिला है।

  • हम ये सोचें
  •  किया क्या है अर्पण।। 
  • फूल खुशियों के बांटें सभी को, सबका जीवन बना दें मधुबन।।
  • बैर हो न किसी का


किसी सै,

 भावना मन में बदले की हो ना। 

हम चलें नेक—-

े,

NOrth IndianPARANTHA#7

  • take grren chopped coriender, 1chilli, 4boiled greated potato, 4cloves garlic, 1inch  greated ginger,some chopped green onion, salt and red chilli powder according to taste
  •  and mix propely.
  • take 2big tea spoonful wheat fl and some salt, jeera hing, ajvain add according to taste and mash with water for 6 Parantha. 
  • fill the onion mix in the ball and make a  round Chapati by BELAN, 
  • ANDfry it on Tava by Deshi ghee or butter. 
  • TASTY  and healthy PARANTHA is ready to eat. 
  • Every one can try and easy.