कृष्ण वचन२(३५-३६):-
जिनकी नजर में तू सम्मानित था,वो तुझे निम्न व हारा हुआ मानेंगे व वहांलघुता को प्राप्त होने से बडा़ दुख क्या होगा?
ये तो मरने से भी बदतर है,तू युद्ॣ कर।
कृष्ण वचन२(३५-३६):-
जिनकी नजर में तू सम्मानित था,वो तुझे निम्न व हारा हुआ मानेंगे व वहांलघुता को प्राप्त होने से बडा़ दुख क्या होगा?
ये तो मरने से भी बदतर है,तू युद्ॣ कर।