*कोई डरो ना:-
*एक विषाणु की उम्र बस 72घंटे अर्थात् 3दिनहै।
- इसके फैलने का खतरा भी तभी है,जब इसका कोई वाहक कसी अन्य इंसान के सामने आये।
*इसके बचाव के लिए अगर कोई बाहर न निकले तो यह अपने आप मर जाता है।
*बस इतनी सी तो बात है,अपनी इच्छाओं पर लगाम।
*हम सब तो उन मर्यादा पुरुषोत्तम राम के वंशज हैं,जिन्होंने हरतरह से मर्यादा रखी,वो तो राजा थे,कई विवाह कर सकते थे,पर नहीं किए।
*जंगल जाने की जरूरत नहीं थी,पर गए।
*लड़कर भरत से राज्य छीन सकते थे,पर नहीं छीना।
*बस, तो धैर्य रखें।
*बिना जरूरतके बाहर न निकलें।
*कर्फ्यू का माहौल बनाकर रखें।
*दूरी व सफाई रखें।
फिर देखिए
कहेगा कोरोना,
कोई तो सुनो ना,
बाहर तो निकलो ना।
और जब कोई नहीं निकलेगा तो कोरोना अपने आप चला जाएगा।
इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुँचायें,जिससे महामारी न फैल पाए।
*आहारवेद।