जब कोई नौकरी पाता है।
प-ति व पिता का सहयोग भूल जाता है। अविवाहित के लिए मां बाप और विवाह के बाद प-ति का सहयोग आवश्यक हो जाता है।कुछ ऐसी भी हैं जो बेवकूफ़ बनाई जाती हैं।शादी के बाद पढाई पूरी करने का सपना दिखा कर।जो फिर कभी पूरा नहीं होता है।इसलिए आत्मनिर्भरता जरूरी है। कोई काम छोटा या बड़ा नहीँ है पर पिछले अर्धशतक के पुरूष ऐसे ही है ं।अपनी हुकूमत चलंने के लिए स्त्री को बेवकूफ़ बनाने वाले हैं।पहले जॉब फिर, शादी।आज वही पू