गीता मे कृष्ण नै अर्जुन को भारत कहकर भी सम्बोधित कियाहै।
आज भारतीयों की, या कहें, भारतीय सेना को भी एक कृष्ण चाहिए। जो उन्हें गांधी के अहिंसक विचारधारा से दूर
कर
कृष्ण की विचारधारा अपनाने को
कहे, और…..
गीता में कृष्ण ने अपनी दुनियां के लोगों को लडते हुए देखा,
तो उन्होने अर्जुन को बताया
कि स्वयं से बड़ा कोई रिश्ता नहीं है। हर चीज की एक सीमा है।जैसे मैंने तुम्हे बनाया, वैसे ही सबको,
- पर मैंने दिमाग सोचने के लिए दिया है।
- आंखें ये देखने को दीं हैं कि क्या सही है क्या गलत, इसका फैसला दिमाग कर सके।
- ये नहीं कि गांधारी की तरह अपने पति को अंधा देख, आंख पर पट्टी बांध ले व कर्तव्यों की इतिश्री कर दे।
- आंखें देखने के लिए हैं।
- कान ये सुनकर फैसला लेने के लिए हैं कि कहीं कोई
हमारे लिए गलत हो तो
उससे न बोलें।- मुंह हरेक को अपने विचार
व्यक्त करने के लिए दिया है।- नाक सूंघने के लिए दी है।
हाथ लिखने पढने व
दिमाग से सोचकर, पैरों से चलकर, (हड़ताल कर, उसको देश की रक्षा कर रहे सैनिकों को सारी छूट देने के लिए) कहने को दिए हैं।- क्या बोलने से ही सब काम हो जाता है?
- बोल तो सरकार भी रही है?
- क्या
भारतीय कभी कुछ स्वयं भी करता है?- पुरातन पौराणिक इतिहास में क्या मुल्लों का जिक्र है?
- क्या मुसलिम का भारत में आगमन, ईराक ईरान सऊदी अरब आदि देशों से आए मुगलों से ही प्रारम्भ नहीँ है?
- क्या आक्रमणकारियों व मुगलों ने भारत की फूट का फायदा नहीँ उठाया?
- क्यासबको मालूम नहीं था है कि कौन कौन है, फिर सबने वोट क्यों दिया?
- क्या गाय की चर्बी
की बात कहकर हिंदू को सत्ता से दूर रखने की कोशिश
नहीं की गयी?- क्या इसमें, उस समय सत्ता पर आसीन लोंगों द्वारा एकछत्र राज्य करने का षडयंत्र साफ नहीं दिखता
- क्या
आज भी वही सब कुछ हिंदू के साथ हर जगह नहीं है?- क्या भारत की जनता केखून में गर्मी नहीं है?
- क्या भारत की जनता संवेदनहीन नहीं है?
- क्या भारत की जनता कुछ सोचना ही नहीं चाहती?
- क्या आज फैजाबाद कानपुर लखनऊ आगरा बम्बई दिल्ली कोलकाता व अन्य शहरों
में हिंदू की स्थिति अल्प संख्यक सी नहीं है?- जो हिंदू फिल्म के लिए
सडकों पर उतर
आता है वो क्या सुरक्षा व सेना में भर्ती के
लिए
नहीं उतर सकता?- जो जाट गुर्जर और हडताल करने वाला
हिंदू नेताओं के भडकाने मे
आकर सडक पर
उतरकर मारामारी करता है,
उसे क्या नेताओं
द्वारा स्वयं को जानवरों की तरह
हांका जाना ज्यादा पसंद है- क्या अगर इतनी ताकत ये हड़ताली एकजुट कर देश के लिए लगाएं तो अच्छा नहीं है?
क्या हिंदू का कोई
और राज्य है?अगर ये सब है तो हल्ला क्यों?कर्म करो।
कृष्ण ने कहा। युद्ध करो। जीत का सुख हासिल करो।