सामग्री :
गाय का या भैंस का दूध,
गरी,
चिरौंजी,
मैदा,
पानी,
तेल
कसार:
पहले 2किलो
गाय का दूध लेते हैं।
फिर उसको
धीमी धीमी आंच पर
करछुल से
चलाकर गाढ़ा करते हैं।
जब वो
घी छोड दे तो समझ लो, कि खोया
बन गया।
अब ठंडा करते हैं।
फिर जितना खोया है उतनी ही शक्कर मिलाते हैं।
फिर
एक मुट्ठी चि रौं जी
व एक मुट्ठी कसी हुई गरी मिलाते हैं।
मैदा:
अब मैदा में थोड़ा थोड़ा मोयन(तेल)
देते हैं कि तलने पर कुरकुरा
हो व
हाथ से अच्छे से मसलते हैं,
व मुट्ठी
से बांधकर देखते हैं,
जब मैदा बंध जाऐ तब पानी मिलाकर
अच्छे से आटा गूंथते हैं व पिट्ठी बनाते हैं।
गूंथी हुई मैदा की लम्बी लोई बनाकर चाकू से पूड़ी बेलने लायक लोई बनाकर एक सूती कपड़े से ढक देते हैँ कि सूख न जाए।अब लोई की पूड़ी बेलकर एक चम्मच कसार भरकर, मैदा घुले पानी से चिपका एक सा कपड़े पर रखकर ढक देते हैँ। ऐसे हीसब बना लेते हैँ , 30 या40गुझिया बनाकर गरम तेल में धीमी आंच पर तलते हैं।