सन 1992 में हम ऊटी गये। मेरी छोटी बेटी एक पार्क में खेल रही थी। हमने नाशपाती खाने को दे दी। चौकीदार ने कहा, खेलने दो। हम वहीं थोड़ा दूर बैठे देख रहे थे। अचानक हंगामा सुनकर उधर ही गये, पता लगा मेरी बेटी तीन साल की से एक बंदर नाशपाती छीनने कई कोशिश कर रहा था, जब तक हम या भीड़ कुछ सोचते, बेटी ने तडाक से एक चांटा बंदर के गाल पर जड़ दिया।
बंदर चौक गया व हडबडा गया,वो आश्चर्यचकित था।
ऐसे तो शायद कभी नहीं हुआ होगा कि उसने छीना और कोई न ले जाने दे।
उसने गाल पर हाथ फेरा फिर चला गया।