- मधु कैथस, गीता मिश्रा,
मथिलेश कुमारी,पाल, इनका अपने क्षेत्र में दबदबा है,
- इसलिए क्योंकि इनका कुटुम्ब बहुत बडा है।
- सब हर कार्य पर एकत्र होते हैं व खूब मस्ती करते हैं।
- मधु -7 बहन 1भाई।
- मृगांक-7दादाजी
गीता मिश्रा-11 बहनें
पाल -7भाई, 3बहनैं
मिथलेश – 5भाइ6बहनें
सौरव, राज और भी
और भी हैं
पर जिनमें ज्यादा भाई बहन नहीं हैं वो सबसे डरते व अपने में सिमटे रहते हैं।
कुटुम्ब हमेशा बड़ा होना चाहिए। मृग़, कवी इन सबके कुटुम्ब इतने बड़े हैं कि घर एक किला स लगता है।
चोरी का तो कोई सवाल ही नहीं।
बीच में आंगन व चारों ओर सब बच्चों का एक एक कमरा व एक छोटा सा पूरा घर। व हरेक की अपनी गृहस्थी। बीच का मां बाप का कमरा, सब संग, एक साथ पर खाना सबका अलग,मां बाप को सब देते हैं व हरेक समारोह एक जश्न की तरह।
यही होना भी चाहिए।
ये जहाँ जाते हैं चमन में बहार आ जाती है।
ये सब भी इसी तरह बसते हैं व इनके बच्चे भी।फिर ये किसी भी शहर जाऐं, कोई न घर फोड़ पाता है न ही फोड़ने की सोचता है।आज कुछ हिन्दू ऐसे भी हैं जो एक या दो संतान वाले हैं। वो अपनी सुविधा देखकर, अपने बच्चों को एक असुरक्षा दे रहे हैं। वंश व सुरक्षा की दृष्टि से ये जरूरी है।
अब