महादेव शंकर#60

ये वही महादेव हैं, जिनके तीसरी आंख खोलने भर से प्रलय आ जाती है

  • पार्वतीजी को बिना


बुलाए जाने पर अपमानित होने पर तांडव मचा कर प्रलय ला दी थी।

  • ये वही भोलेनाथ हैँ
  •  जो भक्त की पुकार हाल सुन लेतेहैं।
  • ये वही त्रिशूल धारीहैं,


जिन्होने क्षय रोग से पीडित चंद्रमा को अपने सर पर धारण कर जीवन दिया।

  • ये वही हैँ जिनके आंसू से


जलंधर राक्षस बना।

  • ये वही हैं जिनसे ब्रम्हा ने अपनी स्त्री के साथ सृष्टि रचने को कहा।  तो उन्होंने अपनी इतनी रूद्र प्रतियां बना दीं का सारा ब्रम्हांड दग्ध होने लगा। 
  • तब ब्रम्हा जी ने कहा, बस करो और तप करो, जिससे सब अमन हो। 
  • तब ब्रम्हा ने बहुत विचारकर मनु शतरूपा की रचना की। 
  • ये वही हैं जिन्होने महाकाली जी के कोप को शांत किया।
  • शत्रुओं का संहार करने वाले रुद्र यही हैं।
  • संसार के वैद्य वैद्यनाथ भी यही हैं।ब्रह्मा के साथ
  • लिंग द्वारा सृष्टि का सृजन. करने प्रथम स्त्री पुरुष भी यही शिव गौरी  यही हैं।
  • महान ईश्वर, महेश्वर भी यही हैं।
  • विष्णु  बनकर सृजन करने वाले भी यही हैं। 
  •  ब्रह्मा भी यही हैँ।
  • हर युग में ये ब्रह्मा या विष्णु में से कोई सृष्टि का सृजन शुरू करता है।

  • चलो अब खास बात, शादी के बाद मां गौरी(रंग) के साथ काशी नगरी(वाराणसी ) में 10000 साल तक भ्रमण किया।

  • सृष्टि निर्माण शुरु हो चुका था।
  • अचानक फिर, स्वर्ग पर आक्रमण हो गया।

  • देवता फिर दौड लगाने लगे।

इसी दौरान कार्तिकेय का जन्म हुआ.
इनका नाम शैलपुत्री भी है।

  • इसलिये ये छुटपुट देवताओं को पसंद नहीं करतीं हैं।
  •  इन्होंने अपना समय बना रखा है।


चैत्र माह में, जब भारतीय कैलैंडर के हिसाब से नववर्ष शुरु होता है।

  • ये फाल्गुन माह है।
  •  इस समय फसल पककर तैयार होती है व खेत में अलाव जलाकर जानवरों को दूर रखते हैं।

  • कहा जाता है, राक्षस हिरण्यकश्यपु का बेटा प्रहलाद विष्णु भक्त था।
     
  • राक्षस कहता था मैं भगवान् हूँ मेरी पूजा करो।

  • उसने अपनी बहन होलिका (अकेले आग स्नान का वरदान प्राप्त था) के साथ प्रहलाद को आग में बैठा दिया।
  •  वो अकेले रोज आग में स्नान करती थी।
  •  प्रहलाद विष्णु को पुकारता रहा व बच गया।
  • हराय(कष्टों को हरने वाले )भी यही हैं। 
  • महादेव( सब कुछ व सारा दैदे), देने वाले
  • हर हर महादेव

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