मैं इंटर(12) मेंथी।
मै छज्जे पर झाडू लगाने पर मुझे एक इंसेक्ट विनडो पर
दिखा।
हमने उसे अपने सुन्दर छोटे से कांच के गिलास से ढ़क दिया । व गेट बंद कर बाहर आ गये।
शाम को बाहर देखा तो इन्सेक्ट की सोल मेरे सुन्दर छोटे से कांच के गिलास को, एक बारीक सी
लाइन से काटती हुई, पार
निकल गयी थी।
मेरा गिलास इतनी बारीकी से कटा था कि पहचान नहीं आ रहा था कि कटा है।
जमीन पर रखने पर कहीं स्पेस नहीं था।
गिलास उठाने पर 2टुकड़े में हाथ में आए व इंसेक्ट निर्जीव था।
ये पुष्टि करता है कि सोल है।
© [Reena Kulshreshtha] and [glimpseandmuchmore.wordpress. com], [2017].